इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित रेफ्रिजरेटर बिजली बचाने में मदद कर सकते हैं
क्या आप एक रेफ्रिजरेटर (फ्रिज) खरीदने की योजना बना रहे हैं और ऊर्जा की बचत के विकल्पों की तलाश में हैं? अगर रेफ्रिजरेटर खरीदते समय अग्रिम लागत आप के लिए एक चिंता का विषय नहीं है, तो फिर आप इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित रेफ्रिजरेटर का चुनाव कर सकते हैं| आप इस बात पर आश्वस्त रह सकते हैं, की इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित रेफ्रिजरेटर का चुनाव करने से आपके द्वारा किया गया अतिरिक्त अग्रिम भुगतान का पैसा समुचित बिजली बचत के रूप में वापस हो जाएगा|
इन्वर्टर प्रौद्योगिकी, जिसे जापान में विकसित किया गया था, आज बाजार में उपलब्ध सबसे कुशल प्रौद्योगिकी है|इन्वर्टर प्रौद्योगिकी का डिज़ाइन-संबंधी खाका भी ऐसा बनाया गया हैं कि वह एक साधारण रेफ्रिजरेटर की तुलना में 30-50% बिजली खपत तक बचा सकती हैं|
एक रेफ्रिजरेटर कैसे काम करता है?
जब भी गर्मी होती हैं और हम कुछ बेहतर (ठंडा) महसूस करना चाहते हैं, और जब हम स्नान लेलें तो हमे अचानक बेहतर महसूस होने लगता हैं| स्नान लेने से हमारे शरीर से नमी (या पानी) सूखने (एवापोरेट) लगता हैं, इससे हमारे शरीर की गर्मी भी कम होती हैं और हमे एक बेहतर एहसास कराती हैं| इसी प्रकार, एक रेफ्रिजरेटर में फ्रिज के पीछे के भाग में एक रेफ्रिजेन्ट HFC (हाइड्रो फ्लोरो कार्बन) होता हैं, जो कि रेफ्रिजरेटर के पाइप या कएल (वक्र) में घूमता हैं| जब यह तरल रूप में होता हैं, तब यह फ्रिज से गर्मी लेता है और उसे उद्वाष्पन (एवापोरेट) करके गैस के रूप में परिवर्तित करता हैं, इस प्रकार से फ्रिज में रखी चीज़े ठंडी होती हैं|
गैस को फिर तरल में परिवर्तित करने के लिए, कंप्रेसर का उपयोग किया जाता है, और यह चक्र निरंतर जारी रहता है| एक कंप्रेसर अपना काम करने के लिए बिजली का उपयोग करता है, और वह रेफ्रिजरेटर का सबसे अधिक बिजली खपत भाग होता हैं| रेफ्रिजरेटर के अंदर एक थर्मोस्टेट नामक यंत्र होता हैं, जिसका काम रेफ्रिजरेटर के अंदर सहीं तापमान का पता लगाना होता हैं, और कंप्रेसर को “ओन” या “ऑफ़” करना होता हैं| थर्मोस्टेट फ्रिज में सेट तापमान के अनुसार काम करता है (हाँ आप अपने फ्रिज में तापमान सेट कर सकते हैं और इसे हम हमारे अन्य लेखो में अधिक विस्तार से समजाएंगे)|
फ्रिज में एक कंप्रेसर नियमित रूप से कैसे काम करता है?
कई कम्प्रेसर रेफ्रिजरेटर में एकल गति के होते हैं| वे फ्रिज में तापमान और थर्मोस्टेट की सेटिंग के आधार पर “ओन” या “ऑफ़” होते हैं| अधिकांश कम्प्रेसर पीक लोड बिजली क्षमता के आधार पर डिज़ाइंड होते हैं (अर्थार्त गर्मियों में उच्च तापमान के लिए डिज़ाइंड होते हैं)| इसका मतलब यह हैं कि वे सर्दियों में भी अनावश्यक रूप से पीक लोड पर चलते हैं, जबकि ठंडा करने कि आवश्यकता कम होती हैं|
हर बार जब एक रेफ्रिजरेटर का दरवाजा खोला जाता हैं, तब बाहरी गर्मी भी उसमे प्रवेश करती है, जिससे कंप्रेसर को इस बड़े हुए बोझ का भी अतिरिक्त ख्याल रखना पड़ता है| तो नियमित कम्प्रेसर न सिर्फ पीक लोड बल्कि “रेफ्रिजरेटर का दरवाजा खुलने से पड़े अतिरिक्त बोझ” को संभालने के लिए भी परिकल्पित (डिज़ाइंड) होते हैं| एक नियमित वर्ष के दौरान रेफ्रिजरेटर का दरवाजा खुलने से पड़ा अतिरिक्त लोड, वास्तविक आवश्यकता की तुलना में बहुत अधिक होता हैं|
इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित कंप्रेसर कैसे काम करता है??
इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित कंप्रेसर एक कार में त्वरक (एक्सेलरेटर) की तरह काम करता है| जब कार को अधिक गति की जरूरत होती है, तब वह इसे और अधिक गति देता है| और जब कार को कम गति की आवश्कता होती हैं, तब वो आवश्कतानुसार कम गति प्रदान करता हैं| इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित कंप्रेसर की कार्य पद्धति भी ऐसे ही होती हैं| इसका मतलब, जब गर्मियों के महीनों के दौरान, ठंडा करने का भार अधिक होता हैं, तब वह पीक लोड पर चलता हैं| जबकि सर्दियों के महीनों के दौरान, जब ठंडा करने की आवश्यकता कम होती हैं, तब कंप्रेसर कम चलता हैं, और यह सुनिश्चित करता है कि बिजली खपत भी कम हो| यहां तक कि गर्मियों के महीने में भी, रात का तापमान दिन के तापमान के मुकाबले कम होता हैं, तब कंप्रेसर को हम कम गति पर चला सकते हैं और फलस्वरूप बिजली की ज्यादा बचत भी कर सकते हैं| इस तरह के कंप्रेसर कभी भी बंद अथवा स्विच आफ नहीं होते हैं, रेफ्रिजरेटर के अंदर का तापमान स्थिर होने पर भी वह धीमी गति से सुचारू रूप से चलते रहते हैं | तापमान स्थिर रहने से खाद्य पदार्थ भी ज़्यादा देर तक अच्छे रहते हैं|
उनके लाभ इस प्रकार हैं:
- फ्रिज का “ओन” या “ऑफ़” होने पर, उसका आंतरिक तापमान भी नियमित रूप से बदलता रहता है| लेकिन इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित रेफ्रीजिरेटर में आंतरिक तापमान स्थिर रहता हैं|
- इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित रेफ्रीजिरेटर में एक नियमित रेफ्रीजिरेटर की तुलना में बहुत कम शोर उत्पन्न करते हैं|
- जब रेफ्रिजरेटर का आंतरिक तापमान स्थिर हो जाता है, तब ऊर्जा या बिजली की खपत बहुत कम होती है|
इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित रेफ्रीजिरेटर की कीमत तो एक साधारण रेफ्रीजिरेटर की तुलना में अधिक होती हैं, पर वह बिजली एवं बिजली कि कीमतों में अच्छी बचत करने में सक्षम होते हैं, जिससे उपभोक्ताओं को दूरगामी लाभ होता हैं|
इन्वर्टर प्रोद्योगिकी एयर कंडीशनर के अन्य फायदे
- साधारण एयर कंडीशनर को चालू करने में 3-4 गुना ज़यदा करंट लगता है| इस कारण अगर एयर कंडीशनर या फ्रिज को इन्वर्टर पर चलना होता है तो काफी बड़ा इन्वर्टर लगता है| पर इन्वर्टर प्रोद्योगिकी वाले एयर कंडीशनर या फ्रिज की मोटर चालू होने के लिए काफी काम करंट लेती है| इस कारण अगर आपको एयर कंडीशनर या फ्रिज अगर इन्वर्टर से चलना होता है तो वह छोटे इन्वर्टर से भी चल सकता है| जैसे की अगर आप के पास एक 1.5 टन का साधारण एयर कंडीशनर है जो साधारण तौर पर 10 एम्प करंट लेता है पर वह चालू होने के लिए 30 एम्प करंट लेगा| अगर आप को ऐसा एयर कंडीशनर बिजली इन्वर्टर पर चलना है तो आप को 5 केवीए इन्वर्टर लगेगा| पर अगर आप के पास 1.5 टन का इन्वर्टर एक है तो वह चालू होने के लिए भी 10 एम्प से ज़्यादा का करंट नहीं लेगा| और इसका मतलब है की वह 2 केवीए बिजली इन्वर्टर से भी चल जायेगा| कृपया ध्यान दें इन्वर्टर प्रोद्योगिकी एयर कंडीशनर और हमारे घरों में जो बिजली के इन्वर्टर हैं वह बिलकुल अलग हैं| इन्वर्टर प्रोद्योगिकी वाले एयर कंडीशनर के लिए अलग से इन्वर्टर खरीदना ज़रूरी नहीं है|
- साधारण मोटर का शक्ति गुणक या पावर फैक्टर काफी काम होता है जो की औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली बिल के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है| इन्वर्टर प्रोद्योगिकी वाले एयर कंडीशनर में शक्ति गुणक या पावर फैक्टर 1 के आस पास होता है जिससे न केवल बिजली की बचत होती है बल्कि बिजली के बिल में भी कमी होती है|
- अगर आप सौर ऊर्जा का उपयोग अपने एयर कंडीशनर या फ्रिज को चलने के लिए करना चाहते हैं तो उसके लिए भी इन्वर्टर प्रोद्योगिकी वाला एयर कंडीशनर या फ्रिज सबसे अच्छा होता है| क्यूंकि वह चालू होने के लिए काम बिजली लेता है और चलने में भी काम बिजली लेता है इस कारण से अगर आप सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप का काम कम पेनल्स और छोटे इन्वर्टर से भी चल सकता है (जो की साधारण एयर कंडीशनर या फ्रिज में बड़े इन्वर्टर और ज़्यादा पेनल्स से होगा)|