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अधिक बिजली का बिल … आप क्या कर सकते हैं?

By on August 28, 2015

जब आप ने अधिकबिजली का बिल प्राप्त किया है, तो क्या आपने कभी असहज महसूस किया है और क्या आप यह जानते हैं की यह बिजली का बिल इतना अधिक क्यों है, और आप इसके लिए क्या कर सकते हैं?  यह एक आम बात है कि ज्यादातर लोग बिजली वितरक कंपनी पर ही आरोप लगाते हैं, की उनकी  गलती द्वारा ही बिजली का बिल अधिक आया हैं | लेकिन बिल अधिक क्यों हैं इसका पता लगाने के लिए  कई तरीके हैं, जो की बहुत अधिक तकनीक पर भी आधारित नहीं हैं और इन्हे हम काफी आसानी से अपने दैनिक जीवन में अपना भी सकते हैं|

सबसे पहले, कभी भी बिजली के बिल पर सिर्फ रुपये में राशि को देखकर न कहें की बिजली का बिल बहुत अधिक है| बिल की खपत इकाइयों का उचित निरीक्षण करें और इसे पिछले महीने में खपत इकाइयों और पिछले वर्ष के इसी माह की खपत इकाइयों से तुलना करें| अगर तुलना करने से आपको यह पता चलता हैं की इस बार की बिजली की खपत, पिछली बार की तुलना में  लगभग बराबर सी हैं, तब आप यह कह सकते हैं की आपकी बिजली की दरों में बदलाव आया हैं, जिसके कारण बिजली का बिल अधिक आया हैं| यह भी संभव है, कि बिजली के बिल पर तय घटक की लागत परिवर्तित हो गयी हों| हालांकि यह आम तौर बिजली के कुल बिल पर व्यापक असर नहीं डालता हैं और बहुत अधिक महत्वपूर्ण कारक भी नहीं है| यदि आप महसूस करते है की आप की बिजली की खपत इकाइयां सामान्य रूप से उच्च हैं, तो इसकी पुष्टि करने का सबसे अच्छा एवं आसान  तरीका है की आप अपने घर के सामान की तरह वाले घर के लोगों के बिल से अपने बिल की तुलना करें| यह गतिविधि आपको आपके तरह के आवास के लिए ऊर्जा के उपयोग के लिए एक अच्छा बेंचमार्क दे सकती हैं| और आपको यह समझाने में मदद भी करेगी की आपका बिजली का बिल वास्तव में अधिक है भी या नहीं|

यदि आपकी खपत इकाइयां  पिछले महीने या पिछले साल के इसी महीने से बहुत अलग हैं तो आप सबसे पहले अपने बिजली के मीटर की जांच कर सकते हैं| और सुनिश्चित करें कि बिल का  मीटर वास्तव में सही मीटर रीडिंग दिखा रहा है की नहीं| भारत में, अधिकतर बिजली के मीटर की रीडिंग मैन्युअल रूप से की जाती है और इस प्रकार मानव त्रुटि संभावित है| इस प्रकार आप अपने  बिजली के मीटर व उसकी मीटर रीडिंग का सही जायज़ा ले सकते है|

यदि मीटर रीडिंग सही है तो आप को अपने घर में बिजली की लीकेज का मूल्यांकन करने की जरूरत है| ऐसा करने के लिए, सबसे पहले आप अपने सेटअप के मुख्य तार (पावर मेंस) को बंद कर दें और जांच करें की मीटर नियमित आगे बढ़ रहा हैं या बदल रहा है या नहीं|

यदि यह नियमित रूप से आगे नहीं बढ़ रहा हैं और बदल भी नहीं रहा है, तो इस स्थिति में मीटर या तो टूटा है,  (यदि हां तो आप इसे अपनी बिजली वितरक कंपनी को दिखाएँ, दिखाने  पर आपको अपने बिल में लगाया गया अतिरिक्त शुल्क वापस मिल जायेगा) या फिर हो सकता हैं की कुछ और तारें (जो आपके घर से वैध रूप से संबंधित नहीं है), आप के मीटर से जुड़े हैं जिसकी एक बिजली मिस्त्री (इलेक्ट्रीशियन) द्वारा जाँच कराने की जरूरत है|

यदि मेन को बंद करने पर भी मीटर आगे नहीं बढ़ता है, तो आप यह कर सकते हैं कि सभी उपकरणों को बंद कर दें और मेन को चालू कर दें| इसके बावजूद यदि मीटर चलता रहता है तो इसका मतलब है की आपके सेटअप में दोषपूर्ण तार है जो कि बिजली का रिसाव पैदा कर रहे है और आप को इसे पता लगाने और ठीक करने के लिए एक बिजली के मिस्त्री (इलेक्ट्रीशियन) की जरूरत है| यह भी संभव है कि एक उपकरण बिना स्विच के सीधे लाइन से जुड़ा हुआ हो, और आप यह सुनिश्चित करें की  इन त्रुटियों का समाधान हो जाएं|

अंत में आप अलग-अलग उपकरणों की बिजली की खपत की जांच कर सकते हैं, इसके लिए सभी उपकरणों को बंद करके एक उपकरण को चालू करें और  मीटर के बदलाव का निरीक्षण करें| हालांकि, यह सब करने के लिए आपको बहुत समय देने की जरूरत होगी, क्यूंकि 1 केडब्लूएच बिजली की खपत के बाद मीटर पर 1 इकाई की बढ़त होती हैं, जो की 10 घंटे के लिए 100 वाट के बल्ब के जलने या 1 टन के एसी के 1 घंटे के लिए चलने के बराबर होता है|

ऊपर उल्लेख किये गए सरल कदम आप की आत्म-ऊर्जा लेखा परीक्षा करने में मदद कर सकते हैं| वैकल्पिक रूप से, हमारे देश में आजकल कई बिजली वितरक कंपनी न्यूनतम शुल्क पर लेखा परीक्षा की सुविधा प्रदान कर रहे हैं| आप ऐसा करने के लिए स्थानीय ऊर्जा बचत कंपनी (ऊर्जा सेवा कंपनियों) या ऊर्जा लेखा परीक्षा फर्मों की खोज सकते हैं|

About the Author:
Abhishek Jain is an Alumnus of IIT Bombay with almost 10 years of experience in corporate before starting Bijli Bachao in 2012. His passion for solving problems moved him towards Energy Sector and he is keen to learn about customer behavior towards Energy and find ways to influence the same towards Sustainability. .

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