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एयर कंडीशनर चयन: टनभार , EER, COP और स्टार रेटिंग को समझिये

By on August 27, 2015

सूर्य अपने बढ़ते ताप के साथ फिर से वापस आ गया है! साथ ही, तापमान भी इस मौसम में नया रिकार्ड बनाने को तत्पर लग रहा हैं| जी हाँ, ग्रीष्म ऋतु वापस आ गई हैं| शायद यह वह समय होता हैं, जब एयर कंडीशनर उद्योग अपने चरम सीमा पर होता हैं और ज्यादातर लोग अपने बजट और सहूलियत के अनुसार बाजार में उपलब्ध सबसे अच्छा उपकरण खरीदने के लिए तत्पर होते हैं| इसलिए, हमने बिजली बचाओ पर, फिर से एक पहल की हैं जिससे हम अपने पाठकों को एयर कंडीशनर खरीदने से पहले एक उचित निर्णय लेने में मदद कर सके|

एक बुनियादी सवाल उत्पन्न  होता हैं कि एक एयर कंडीशनर का सही आकार व सही टनभार कितना होना चाहिए?

जब हम यह कहते हैं कि, हमे 1 टन या 1.5 टन एयर कंडीशनर की आवश्यकता है, तो क्या इसका मतलब यह हैं कि हम एयर कंडीशनर के वजन के बारे में बात कर रहे होते हैं? निश्चित रूप से नहीं| यहाँ टन से मतलब हैं की एक घंटे में एयर कंडीशनर कितनी गर्मी की मात्रा को पदच्युत (हटा) सकता या कम कर सकता हैं| पदच्युत हुई गर्मी की मात्रा को ब्रिटिश थर्मल यूनिट (BTU) में मापा जाता है| इसलिए, उच्च BTU का अर्थ हैं, की एसी की कूलिंग पावर भी अधिक हैं| इसका मतलब यह हैं की एसी एक ज़्यादा बड़े क्षेत्र को ठंडा करने में सक्षम हैं|

असल में,

1 टन = 12,000 BTU/घंटा

2 टन = 24,000 BTU/घंटा और इसी तरह|

ऐतिहासिक रूप से,  एक टन को परिभाषित करने के लिए कहा जाता था की वह स्थान/क्षेत्र जिसे 1 टन बर्फ का उपयोग कर ठंडा किया जा सकता है| इसप्रकार ही इस शब्द की उत्पत्ति हुई है|

अब जब की हमे यह पता चल गया हैं की “एक टन” शब्द का क्या तात्पर्य हैं, हमारा अगला कदम होगा की हम सही टन  के एयर कंडीशनर का चयन करे| सच कहें तो, इस सवाल का कोई सार्वभौमिक जवाब है ही नहीं| एयर कंडीशनर का टनभार विभिन्न कारको पर निर्भर करता हैं जैसे – कमरे का आकर, कमरे में लोगों की संख्या, कमरे में रखा कुल सामान, कमरे में बिजली के उपकरणों की संख्या, आदि (अधिक जानकारी हमारे दूसरे लेख में: एयर कंडीशनरों में बिजली की खपत को प्रभावित करने वाले कारक  से प्राप्त करें)| एयर कंडीशनर का टनभार मौसम पर भी निर्भर करता हैं|

जब बहुत अधिक गर्मी पड़ती है तब एयर कंडीशनर को एक कमरे को ठंडा करने के लिए अधिक टनभार की आवश्यकता होती हैं| मार्च के महीने में, कम टनभार की आवश्यकता पड़ती हैं ( अधिक जानकारी हमारे दूसरे लेख: बिजली के बिल में मौसम के अनुसार परिवर्तन और इन्वर्टर प्रौद्योगिकी कैसे मदद कर सकते हैं से प्राप्त करें)| यहाँ तक की दिन व रात में भी भिन्न टनभार की आवश्यकता होती है, दिन का समय अधिक गर्मी पड़ने से, रात्रि के मुकाबले अधिक टनभार की आवश्यकता पड़ती हैं| बहरहाल, जब भी हम टनभार का चयन करें, हमे गर्मी के मौसम का सबसे ग्रीष्मतम दिन के हिसाब से ही एयर कंडीशनर का चुनाव करना चाहिए|

हमारे दूसरे लेख – स्प्लिट और विंडो – हमे कौन सा एयर कंडीशनर खरीदना चाहिए? में  हमने विस्तारपूर्वक, एसी आकार चयन को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में जिक्र किया है| खरीदारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह सबसे इष्टतम आकार के एयर कंडीशनर का चयन कर रहे हैं की नहीं| यह इसलिए की एक अधम (अंदरसाइज्ड) एयर कंडीशनर, ठीक से ठंडा नहीं कर पाते हैं और एक ओवेरसाइज्ड एसी अधिक बिजली की ज्यादा खपत करते हैं (अधिक जानकारी हमारे दूसरे लेख – एयर कंडीशनर के लिए पावर सेवर उपकरणों का प्रयोग से प्राप्त करें)|

अगर एक निश्चित गति एयर कंडीशनर का आकर, गर्मी के मौसम के सबसे ग्रीष्मतम दिन के हिसाब पर आधारित है, तो वह एयर कंडीशनर अधिकतर वक़्त जरुरत के मुकाबले ओवेरसाइज्ड ही रहेगा| इसकी तुलना में इन्वर्टर तकनीक आधारित एयर कंडीशनर बिजली बचाने में मदद कर सकते हैं क्यूंकि वह कमरे की आवश्यकता के अनुसार स्वतः उसके टनभार को समायोजित करने में सक्षम होते हैं (अधिक जानकारी हमारे दूसरे लेख में – इन्वर्टर तकनीक के साथ एयर कंडीशनर बिजली बचाने में मदद कर सकते हैं से प्राप्त करें)| हालांकि, बहुत से निर्माता टनभार की गणना करने के लिए ऑनलाइन कैलकुलेटर्स का उपयोग करना पसंद करते हैं| लेकिन हम शार्प एयर कंडीशनर के लिए नीचे दिए गए लिंक का ही उपयोग करेंगे|

तय गति एसी टनभार के लिए कैलकुलेटर: http://sharpproducts.in/dsupport/60.zip

इन्वर्टर तकनीक आधारित एयर कंडीशनर के लिए कैलकुलेटर: http://sharpproducts.in/dsupport/52.zip

हम इन कैलकुलेटर्स को इसलिए भी पसंद करते हैं क्यूंकि वे कमरे का टनभार आवश्यकता की अधिक विस्तृत सूचना प्रदान करते हैं| अधिकांश दूसरे कैलकुलेटर्स टनभार संख्या का राउंडअप कर देते हैं, जिसके परिणामस्वरूप एयर कंडीशनर की ओवरसाइज़िंग हो सकती हैं|  उदाहरण के लिए, ऐसे कई अन्य कैलकुलेटर्स हैं जो 1.2 टन को राउंडअप करके 1.5 टन करते हैं, जबकि ऐसे कई ब्रांड हैं जो बाजार में 1.2 टन के एसी बनाते हैं, इसप्रकार अगर हम गलत गणना कर 1.5 टन के एसी का चुनाव करेंगे, तो हम एक ग़लत निर्णय लेंगे और ओवरसाइज़िंग से भी बच नहीं पाएंगे| इसके अलावा अगर आप एक BEE 5 स्टार रेटेड 1.5 टन एसी का चुनाव कर भी ले, तब वह निश्चित रूप से ओवरसाइज़िंग करेंगा और आपकी संपूर्ण जरूरतो को पूरी करने में अक्षम साबित  होगा| यह चुनाव बिलकुल वैसा ही होगा की आप अपनी एयर कंडीशनिंग जरूरतो को पूरा करने के लिए एक बीईई 3 सितारा 1.2 टन का एयर कंडीशनर ही चुन ले| ओवरसाइज़िंग एयर कंडीशनर की कार्यकुशलता को कम करता है, और परिणामस्वरुप अतिरिक्त बिजली की खपत भी करता हैं|

आकार के साथ, दक्षता भी महत्वपूर्ण होती है

एयर कंडीशनर की कार्यकुशलता एक बहुत महत्वपूर्ण कारक है, इससे हमे एयर कंडीशनर का तुलनात्मक अद्यन्न करने में काफी मदद मिलती हैं| बुनियादी संदर्भ में हम कार्यकुशलता/दक्षता को उत्पादन/इनपुट के रूप में परिभाषित भी कर सकते हैं|

आमतौर पर एयर कंडीशनरों की क्षमता की गणना निम्नलिखित नियम द्वारा की जाती है:

१) ऊर्जा दक्षता अनुपात or EER.

EER = प्रति घंटे पदच्युत हुई गर्मी की मात्रा/बिजली का सेवन

इस प्रकार, EER = BTU/घंटा/वाट

इस प्रकार,  जितनी अधिक गर्मी की मात्रा प्रति यूनिट बिजली खपत एवम प्रति घंटे पदच्युत होती हैं,  एयर कंडीशनर की क्षमता भी उतनी ही उच्च होती है| इसके अलावा, उच्च EER भी बेहतर एयर कंडीशनर का प्रमाण होता हैं| आमतौर पर, एक एयर कंडीशनर की EER विशिष्ट हालत के तहत मापा जाता है (35 डिग्री सेल्सियस, बाहरी तापमान; 27 डिग्री सेल्सियस इनडोर तापमान और 50% सापेक्ष आर्द्रता(रिलेटिव ह्यूमिडिटी))

२) कैफ्फिसिएंट ऑफ़ परफॉरमेंस या COP

COP को परिभाषित करने से पहले, BTU से हम किलोवाट घंटा तक के रूपांतरण का अध्ययन करेंगे|

1 किलोवाट घंटा = 3,412 BTU

इस प्रकार,  बुनियादी गणित का उपयोग कर,

1 किलोवाट = 3,412 BTU/घंटा या 1 वाट = 3.412 BTU/घंटा

यह संबंध हमे पदच्युत हुई गर्मी की मात्रा को वाट के रूप में प्रदान करता है|

एयर कंडीशनर के COP की परिभाषा

COP = पदच्युत हुई गर्मी की मात्रा (वाट में)/ऊर्जा खपत (वाट में)

इस प्रकार, COP एक यूनिटलेस संख्या होती हैं|

इस प्रकार, EER  की तरह उच्च COP भी बेहतर एयर कंडीशनर का प्रमाण होता हैं|

निम्नलिखित फॉर्मूले से EER और COP के बीच के संबंध स्थापित होते हैं|

EER = 3.412 * COP

दक्षता दिखाए और एक स्टार उत्पाद का दर्ज़ा पाएं  

जब हम एक नए एयर कंडीशनर को खरीदते हैं, तब हम उस पर एक लेबल देखते हैं| ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) के अनुसार सारे एयर कंडीशनर को लेबल जरूर धारण करना चाहिए| शायद, यह लागत के अलावा सबसे महत्वपूर्ण कारक है, जो एक एयर कंडीशनर का चयन निर्धारित करता है| उसी का प्रतिनिधित्व नीचे प्रस्तुत किया गया हैं:

जितनी उच्च एयर कंडीशनर के स्टार की संख्या होती हैं, उतनी ही अधिक एयर कंडीशनर की क्षमता और EER की मात्रा होगी| हम यहाँ EER को वाट/वाट के बजाय BTU/घंटा/वाट के रूप में परिभाषित करते हैं|

इसलिए, EER BTU/घंटा/वाट (के रूप में) = 3.412 * EER वाट/वाट (के रूप में)

बीईई समय समय पर एयर कंडीशनरों की रेटिंग में संशोधन करता रहता है| इसलिए, पिछले वर्ष का एक 5 सितारा एसी, रेटिंग्स में संशोधन के उपरांत अगले साल एक 3 स्टार एसी बन सकता है| आप लेबल पर मुद्रित ‘लेबल अवधि’ अनुभाग से लेबल व रेटिंग की वैधता को पहचान सकते हैं|

आपको नीचे वर्तमान स्टार रेटिंग मिलेंगे (1 जनवरी 2014 से प्रभावी):

जैसा की आपको पता हैं की प्रत्येक स्टार रेटिंग में EER की एक वय सीमा तय होती हैं| तो यह भी संभव हैं की एक 3.29 की EER रेटिंग वाले एसी का बीईई मूल्यांकन 3 स्टार के रूप में किया गया हो और एक 3.3 की EER रेटिंग वाले एसी का बीईई मूल्यांकन 4 स्टार हो| यह भी संभव है कि, एक 3.1 की EER रेटिंग वाले एसी का बीईई मूल्यांकन 3 स्टार के रूप में किया गया हो और दूसरे 3.49 EER रेटिंग वाले एसी का बीईई मूल्यांकन ४ स्टार हो| इसलिए यह महत्वपूर्ण है, कि आप एसी खरीदते समय EER और बीईई स्टार दोनों ही रेटिंग की ठीक से जांच पड़ताल कर ले|

अगर हम ऊपर आए अंतिम नम्बरो को देखे, तो हम यह समझ सकते हैं की हर स्टार रेटिंग की वृद्धि के साथ हम एक एसी में लगभग 14% बिजली की बचत कर सकते है| तो एक बीईई 5 स्टार रेटिंग एसी, लगभग 35% बीईई 1 स्टार रेटिंग एसी से और लगभग 15-20% एक बीईई 3 स्टार रेटिंग एसी की तुलना में अधिक कुशल होते हैं|

ऊपर दी हुई रेटिंग्स मशीनरी से हुई बचत पर आधारित हैं| इसकी तुलना में एक इन्वर्टर तकनीक आधारित एसी एक बीईई 5 सितारा एसी से कही अधिक बिजली बचा सकता है| इसका कारण सिर्फ यह हैं की एक इन्वर्टर तकनीक आधारित एसी न केवल कुशल मशीनरी का उपयोग करता हैं बल्कि बदलते टनभार पर भी आसानी से काम कर लेता हैं| इसप्रकार, एक इन्वर्टर तकनीक आधारित एसी, एक बीईई 5 सितारा एसी की तुलना में लगभग 15-20% अधिक कुशल होते हैं| यह बचत हीट लोड में हुई महत्वपूर्ण बचत के माध्यम से भी होती हैं| एक इन्वर्टर तकनीक वाला एसी का आकार शीर्ष ग्रीष्तम दिवस पर आधारित नहीं होता हैं, इसलिए वह एक नियमित गति वाले एसी की तरह ओवरसाइज्ड भी नहीं रहता हैं और इस प्रकार वह, मौसम, दिन और रात के अनुसार बदलावों को ढाल कर अपने हीटलोड को नियंत्रित स्तर में रखने में समर्थ होता हैं| यही कारण है कि, कुछ इन्वर्टर तकनीक आधारित एसी निर्माता 60% तक बचत करने के लिए दावा है (हालांकि कुल ऊर्जा बचत एसी आकार पर भी निर्भर करता हैं)|

अधिक सितारे, अधिक बचत

यह सत्य हैं  की, उच्च गुणवत्ता एक लागत के साथ ही प्राप्त होती है| एक 5 स्टार एयर कंडीशनर निश्चित रूप से एक 1 स्टार एयर कंडीशनर से महंगा होगा, चाहे वह एक ही कंपनी के द्वारा निर्मित क्यों न हो| इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित एयर कंडीशनर तो और भी महंगे होते हैं|  हालांकि, यह भी सत्य हैं की, एक 5 स्टार एयर कंडीशनर निश्चित रूप से एक 1 स्टार एयर  कंडीशनर से कही अधिक कुशल होते हैं|  इसलिए,  एक 5 स्टार एयर कंडीशनर उसी टनभार पर एक 1 स्टार एयर कंडीशनर की तुलना में कम बिजली का उपयोग कर कही अधिक ठंडक प्रदान करेगा| इस प्रकार एयर कंडीशनर की ऑपरेटिंग लागत में महत्वपूर्ण बचत होती है| आप कुछ वर्षों में ही एक उच्च स्टार रेटिंग एयर कंडीशनर की खरीद करने के लिए इस्तेमाल की गई वृद्धिशील पूंजी लागत को वसूल सकते हैं| हम आम तौर पर, एक 5 स्टार एयर कंडीशनर या इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित एयर कंडीशनर को खरीदने की सिफारिश करते हैं| अगर आप एसी का उपयोग एक वर्ष में लगभग 1000 घंटे या उससे अधिक करते हैं और बिजली की प्रति इकाई लागत 5 रुपये से अधिक है, तब इससे बिजली की खपत की लागत भी काफी हो जाती हैं| हालांकि, अगर प्रति यूनिट लागत 5 रुपये से कही ज्यादा अधिक है, तब हम एयर कंडीशनर के कम वार्षिक उपयोग की सिफारिश करते हैं|

वाटही सलाह है!!!   

1) कृपया आप एयर कंडीशनर की सही टनभार का चयन सुनिश्चित करें| ओवरसाइज़िंग या अंडरसाइज़िंग, आपको न तो उचित सुविधा प्रदान करते हैं और महंगे तो होते ही हैं|

2) यह जरूर सुनिश्चित करें की नए एयर कंडीशनर में संशोधित स्टार रेटिंग लेबल हो| ( लेबल पर ‘ लेबल अवधि ‘ अनुभाग को जरूर देखें)|

3) कृपया ध्यान दें कि लेबल पर EER को वाट/वाट के रूप में अंकित किया जाता हैं| हालांकि, आपको इंटरनेट पर EER को वाट/वाट के बजाय BTU/घंटा/वाट के रूप में परिभाषित हुआ देखेंगे (हमने ऊपर दोनों के बीच का संबंध भी दर्शाया हैं)|

4) हालांकि, यह सत्य हैं की अधिक सितारे (स्टार्स) का एक अर्थ अधिक लागत से होता हैं, पर यह भी सच है अधिक सितारे का दूसरा अर्थ अधिक बचत से भी होता हैं| आख़िरकार, जब एयर कंडीशनर की दक्षता की बात आतीं हैं, तब एयर कंडीशनर का परिचालन लागत अधिक पूंजी लागत से कही ज्यादा मायने रखता है|

About the Author:
Abhishek Jain is an Alumnus of IIT Bombay with almost 10 years of experience in corporate before starting Bijli Bachao in 2012. His passion for solving problems moved him towards Energy Sector and he is keen to learn about customer behavior towards Energy and find ways to influence the same towards Sustainability. .

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