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सिंगल फेज़ और तीन फेज़ कनेक्शन क्या होते हैं और इन दोनों में कैसे चुनाव करें

By on August 27, 2015

कुछ दिन पहले मेरे एक दोस्त ने मुझसे एक सवाल पूछा की: मेरा मोहल्ला तीन फेज़ कनेक्शन का होने जा रहा है, क्या मुझे भी इसे लेना चाहिए? और इसका मेरे बिजली बिल पर क्या प्रभाव पड़ेगा, साथ ही तीन फेज़ कनेक्शन इस्तेमाल करने के क्या-क्या लाभ होते है ? उसके पास एक सामान्य उच्चमध्यवर्गीय परिवार के तहत 2 एसी एवं अन्य सभी उपकरण हैं। पहले, उसके पास एक सिंगल फेज़ कनेक्शन था और हर चीज़ बढ़िया काम कर रही थी, अतः तीन फेज़ कनेक्शन लेने का उसका संदेह उचित था। हमने उसे सिंगल फेज़ कनेक्शन पर ही रहने की सलाह दी और उसे निम्नलिखित सलाह दी।

सिंगल फेज़ और तीन फेज़ कनेक्शन क्या होते हैं ?

हममें से अधिकतर लोग यह जानते हैं कि बिजली की दुनिया में प्रवाह तारों के द्वारा बिजली को प्रवाहित करता है, जो रौशनी और बल्ब को भी जलाता है एवं हमारे उपकरणों को चलाता है। बिजली ग्रिड द्वारा जो करेंट भेजा जाता है वह आलटरनेटिंग करेंट (अथवा AC) होता है। एक सिंगल फेज़ प्रेषण में करेंट इकलौते तार द्वारा ही प्रेषित किया जाता है। जबकि, एक तीन फेज़ कनेक्शन व्यवस्था में तीन तार आलटरनेटिंग करेंट को वोल्टेज तरंगों के मध्य एक तय समय में समायोजित किया जाता हैं। भारत में एक सिंगल फेज़ प्रेषण, दो तारों द्वारा 230 वाल्ट और तीन फेज़ प्रेषण 4 तारों द्वारा 415 वाल्ट किया जाता है। इन दोनों में मूल भिन्नता यह है, कि तीन फेज़ कनेक्शन भारी लोड वहन कर सकता है, जबकि एक सिंगल फेज़ भारी लोड वहन नहीं कर सकता है।

आपको भिन्नता की समानता समझाने के लिए हम उदाहरण के तौर पर एक सड़क का उदाहरण लेते हैं। यदि सड़क एक सिंगल लेन वाली है, तो कुछ ही दोपहिया वाहन इस पर समानान्तर चल सकते हैं; या अगर हम इसका संपूर्ण प्रयोग करने में सक्षम हैं तो हम इस पर दो कारें भी समानान्तर चला सकते हैं, परन्तु किसी भी हालत में हम इससे ज्यादा वाहन नहीं चला पाएंगे। जबकि हमारे पास यदि तीन लेन की सड़क हैं, तो हम बहुत सारे वाहन एक साथ समानान्तर रूप से चला सकते हैं। यहाँ तक की एकल सड़क पर एक साथ चल सकने वाले वाहनों की संख्या भी वाहनों के आकार पर ही निर्भर करती है। एक कार और एक दोपहिया वाहन, दोनों एक साथ एकल सड़क पर आसानी से समानान्तर से चल सकते हैं, परन्तु एक ट्रक अकेला ही चल सकता है।

इसी प्रकार मान लीजिये की सिंगल फेज़ कनेक्शन एक एकल सड़क की भाति है और तीन फेज़ कनेक्शन एक बहु-लेन सड़क है। एक सिंगल फेज़ कनेक्शन की भारवहन छमता सीमित होती है और परोछ रूप से यह संख्या 7.5 K W (या 7500 वाट या 10 हार्सपावर ) निर्धारित होती है। इस प्रकार यदि आपके द्वारा एक ही समय पर चलाये जाने वाले उपकरणों की वाटेज क्षमता एक समय पर 7.5 K W से अधिक है, तो आपको तीन फेज़ कनेक्शन की आवश्यकता पड़ती है, यानि आप 7.5 K W वाटेज ले सकते हैं| यदि आपके पास 1.5 टन के तीन एसी और पानी गरम करने का उपकरण एक साथ चलते हैं अथवा आपके पास 10 हॉर्सपावर से ज्यादा की मोटर वाली मशीन है। यदि उसकी भार क्षमता 7.5 किलो वाट से कम है तो एक सिंगल फेज़ कनेक्शन आसानी से वहां काम आ सकता है।

नोट: अधिकतर लोगों में यह गलत धारणा है की एक एयर कंडीशनर को तीन फेज़ कनेक्शन की जरूरत है, जो की सही नहीं है। क्योंकि, सभी एसी की मोटर सिंगल फेज़ पर चलने के लिए बनाई जाती है। केवल, यदि आपके पास एक साथ चलने वाले ३ एसी हैं, तभी आपको तीन फेज़ कनेक्शन चाहिए।

लेकिन मेरे पास एक तीन फेज़ कनेक्शन है और जिसे मेरी बिजली वितरण कम्पनी ने प्रदान किया है?

उपरोक्त वर्णन पढ़ने के पश्चात, कुछ लोग ऐसा अवश्य सोचेंगे की हलाकि, मैं इतने सारे उपकरण एक साथ नहीं चलाता, परन्तु फिर भी मेरी वितरण कम्पनी ने मुझे तीन फेज़ का कनेक्शन क्यों प्रदान किया हैं? इसे जानना इसलिए भी काफी रोचक है, क्यूंकि उत्तरी अमेरिका में, नियमानुसार तीन फेज़ कनेक्शन केवल वाणिज्यिक एवं औद्योगिक कनेक्शन के लिए ही होते है और घरेलू कनेक्शन को केवल सिंगल फेज़ कनेक्शन ही दिया जाता है। लेकिन भारत में वितरण कम्पनियों के बारे में हमने पाया है कि यदि घरेलू कनेक्शन का भार 5-7 किलो वाट से अधिक है तो वे उस घर को तीन फेज़ कनेक्शन ही प्रदान करते हैं और आदर्श जुड़ा हुआ भार यह मान कर मूल्यांकित किया जाता है कि आपके घर के कुछ उपकरण एक निश्चित प्रतिशत के अनुसार ही चलेंगे। अतः यदि आपके पास ३ एसी और कुछ पानी के हीटर हैं और आप उन सबको भले ही एक साथ नहीं चलाते हैं, तब भी भारत में आपको तीन फेज़ कनेक्शन ही प्रदान किया जायेगा। इसका एक कारण यह है, की यदि आप इन सबको एक साथ चलाते हैं तो आप विद्युत वितरण व्यवस्था को ध्वस्त करने की छमता रखते हैं।

क्या तीन फेज़ कनेक्शन लेने से कोई लाभ हैं?

तीन फेज़ कनेक्शन का लाभ यह है कि यह हमें विद्युत भार को अलग-अलग तीन फेज़ पर बांटने की सुविधा प्रदान करता है। उदाहरण के तौर पर यदि हमारे पास तीन एसी हैं तो तीनों को अलग अलग फेज़ से जोड़ा जा सकता है, इस प्रकार किसी एक फेज़ पर अत्यधिक भार नहीं पड़ेगा। विद्युत वितरण प्रणाली में खराबी से यदि एक फेज़ बंद भी हो जाता है, तो भी बाकी दोनों फेज़ चलते रहेंगे जो की व्यवस्था को पूर्ण अन्धकार की हालत में जाने से बचाएंगे। अतः यदि आपके घर में तीन कमरे अलग-अलग फेज़ से जुड़े हैं और यदि विद्युत वितरण ट्रांसफार्मर से एक फेज़ बंद भी हो जाता है, तो सिर्फ एक कमरे को बिजली नहीं मिलेगी, अन्य दोनो कमरों की बिजली सुचारू रूप से चलती रहेगी।

तीन फेज़ कनेक्शन के साथ कौन से अतिरिक्त प्रभार होते हैं ?

आम तौर पर यह देखा गया है कि यदि एक घर में लिया गया विद्युत भार 5-7 किलो वाट से अधिक है तो विद्युत वितरण कंपनियां उस घर में तीन फेज़ कनेक्शन लगा देती हैं (जुड़े हुए विद्युत भार को जानने के लिए देखें लिंक को देखे: बिजली बिल में स्थायी प्रभार पर पड़ने वाले विद्युत भार का असर)| चूंकि यह अतिरिक्त भार प्रदान करता है, तीन फेज़ कनेक्शन के साथ अतिरिक्त प्रभार भी जुड़े होते हैं। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह हैं की चूंकि तीन फेज़ कनेक्शन से घर को दिया गया भार बढ़ जाता है, अतः बिजली कनेक्शन के स्थाई प्रभार में भी वृद्धि होती हैं। साथ ही तीन फेज़ मीटर, सिंगल फेज़ मीटर से भिन्न होते हैं, अतः इन्हें भी बदलने की ज़रुरत पड़ती है। कुछ राज्यों में मासिक मीटर किराया होता है, जबकि दूसरे राज्यों में एकमुश्त मीटर के अतिरिक्त प्रभार होते हैं। अतः मीटर का बदलाव या तो अग्रिम प्रभार से होगा या आपके बिल में मीटर किराया बढ़ाया जायेगा।

कुछ लोगों का मानना है कि तीन फेज़ कनेक्शन में बदलाव के लिए उन्हें घर की वायरिंग बदलनी पड़ेगी। कृपया जान लें की इसकी ज़रुरत नहीं पड़ती है। आपकी मौजूदा वायरिंग तीन फेज़ कनेक्शन को वहन कर सकती है, अतः तारों को बदलने के लिए खर्च करने की अतिरिक्त आवश्यकता से आप मुक्त रह सकते है।

नोट: कृपया ध्यान दे की सिंगल फेज़ से तीन फेज़ में बदलाव आपके बिजली बिल में ऊर्जा प्रभार को नहीं बढ़ाएगा अतः आपके द्वारा उपभोग की गयी बिजली यूनिट उतनी ही रहेंगी (क्योंकि ये आपके उपकरण की वाटेज क्षमता पर निर्भर करता है, न कि बिजली कनेक्शन पर)

निष्कर्ष

साधारणतया एक घरेलू कनेक्शन को तीन फेज़ कनेक्शन की आवश्यकता नहीं है क्योंकि एक घर में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को इस प्रकार के कनेक्शन की आवश्यकता नहीं है। लेकिन यदि घर में बहुत से भारी उपकरण हैं तो तीन फेज़ कनेक्शन की सलाह देनी चाहिए। तीन फेज़ कनेक्शन अतिरिक्त कीमत पर मिलते हैं, अतः आवश्यक तौर पर इसका मूल्यांकन करना चाहिए कि इसकी वास्तव में ज़रुरत किस प्रकार की है।Infographic19

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