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RCDs (रेसिडुअल् करंट डिटेक्टर) का उपयोग करके आप अपने घर को बिजली के झटको से बचाये

By on August 27, 2015

पिछले कुछ महीनों में, बिजली बचाओ वेबसाइट न केवल बिजली की बचत करने के लिए बल्कि आपके घरों में बिजली से संबंधित विभिन्न अन्य समस्याओं और चिंताओं के निवारण संबंधित जानकारी का एक प्रमुख स्रोत बन गया है| एक व्यक्ति के साथ हमारी बातचीत के दौरान, उन्होंने इनवर्टर के बारे में हमसे एक सवाल पूछा की “जबसे मैंने अपने घर में एक गीजर स्थापित किया हैं, तब से मुझे वहाँ मौजूद नल पर विद्युत प्रवाह महसूस हुआ हैं? यह घातक भी हो सकता था? मैं ऐसा होने से कैसे रोक सकता हूं?” एक साधारण अनुसंधान करके हमे समाधान का ज्ञात हुआ: RCDs (या रेसिडुअल् करंट डिटेक्टर)| इस लेख में हम RCDs, के बारे में बात करेंगे, वे कैसे काम करते हैं और उन्हें पाने के लिए हम क्या करें|

RCDs क्या होते हैं और वे क्या करते हैं?

RCDs या रेसिडुअल् करंट डिटेक्टर (साथ ही उन्हें RCCB या रेसिडुअल् करंट सर्किट ब्रेकर्स भी बुलाया जाता हैं)| जैसा की नाम से ही ज्ञात होता हैं यह करंट सेंसर होते हैं, जो की गलती का पता लगते ही कनेक्शन को बंद कर देते हैं| RCDs बिजली के झटके, एलेक्ट्रोक्यूशन (बिजली के झटके की वजह से मृत्यु) या बिजली द्वारा आग (दोषपूर्ण तारों या अर्थ फाल्ट के कारण लगने वालीं आग) के खिलाफ रक्षा के लिए बनाये जाते हैं| उदाहरण के लिए, अगर बिजली के तारों में एक कट है और तार संपर्क में है, और अगर आप गलती से उसे स्पर्श कर दे तब RCD स्वतः कनेक्शन बंद कर देगा, और इस प्रकार आघात से आपकी रक्षा करेगा| वह ओवरहीटिंग के मामले में भी कनेक्शन को बंद कर देता हैं|

एक RCD कैसे काम करता है?

एक RCD लगातार “फेज” के बीच करंट के प्रवाह पर नजर रखता हैं| एक सर्किट में फेज (एनेरगिज़ेड कंडक्टर) और “न्यूट्रल” (न्यूट्रल कंडक्टर) के बीच करंट का प्रवाह होता हैं| एक सर्किट में दोनों के बीच में बेहता करंट समान होता हैं|

अगर दोनों के बीच किसी भी प्रकार का असंतुलन होता है तो RCD कुछ ही सेकण्ड्स में (आमतौर पर 25-40 मिलीसेकण्ड्स में) मुख्य लाइन को बंद कर देता हैं| RCDs अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 3 प्रकार में उपलब्ध होते हैं: फिक्स्ड RCD (मेनलाइन के लिए), सॉकेट आउटलेट RCD (व्यक्तिगत प्लग प्वाइंट/उपकरण के संरक्षण हेतु) और पोर्टेबल RCDs (एक प्लग बिंदु पर रखा जाने वाला बाहरी उपकरण, जो उपकरण से खामियों को दूर कर सके)| लेकिन भारत में हम ज्यादातर फिक्स्ड RCD का ही इस्तेमाल करते हैं, जिनको हम मुख्य लाइन पर रखते हैं (एमसीबी या लघु सर्किट ब्रेकर्स के साथ)|

RCDs क्यों महत्वपूर्ण है और एमसीबी कैसे काम नहीं करता हैं?

इन दिनों अधिकांश घरों में एमसीबी या लघु सर्किट ब्रेकर्स, का उपयोग होता हैं, जो आम तौर पर अधिभार या शॉर्ट सर्किट से बिजली के कनेक्शन की रक्षा के लिए किया जाता है| लेकिन एमसीबी छोटे करंट लीकेज का पता लगाने में असमर्थ होते हैं, और इस तरह बिजली के झटके या आग के मामले में तुरंत/त्वरित प्रतिक्रिया करने में असमर्थ होते हैं| दूसरी ओर RCDs बिजली के झटके या आग के मामले में तुरंत/त्वरित प्रतिक्रिया करने में समर्थ होते हैं| RCDs सुरक्षा, बिजली के घातक झटको से आप और आपके परिवार की रक्षा करते हैं और आग के खिलाफ संरक्षण भी प्रदान करने में समर्थ होते हैं|

भारत में RCDs कहां-कहां मिल सकता है?

भारत में RCDs या RCCB बनाने वाले प्रमुख ब्रांड हैं – हैवेल्स और एबीबी| वास्तव में हैवेल्स टीवी पर एक लोकप्रिय विज्ञापन (“सदमा लगा लगा”) चलाता हैं, जिसे नीचे दिए गए वीडियो के रूप में भी दिखाया गया हैं|

अगर आप अपने घर के लिए एक उपयुक्त सुरक्षा देख रहे हैं, तो बस आप बाजार में किसी भी नियमित बिजली की दुकान में जाएं और RCCB या RCD के लिए पूछे| आपका स्थानीय बिजली मिस्त्री, RCCB या RCDs कनेक्ट करने में जरूर सक्षम होगा|

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