बाथरूम या रसोईघर में बिजली बचाने के लिए सही नल और शावर का चुनाव
दुनियाभर में विश्व संसाधनों की बचत के बारे में चर्चा निरंतर चलती रहती हैं| ऊर्जा के अलावा, पानी एक समान रूप से या कहे और भी अधिक महत्वपूर्ण संसाधन होता है, इसलिए इसको बचाने/संचित करने के लिए हमे निश्चित रूप से अधिक प्रयत्न करना चाहिए। घरों में अधिकतर लोग बिजली की बचत के बारे में ज्यादातर चिंतित रहते हैं, उनको ऐसा लगता हैं, मानो पानी के मुकाबले बिजली की बचत अधिक महत्वपूर्ण हैं, क्यूंकि इसकी खपत पर भुगतान राशि पानी के मुकाबले कही अधिक होती हैं| परन्तु, बिजली बचाओ पर बार-बार हमने अपने पाठकों से यही कहा हैं की पानी की बचत भी बिजली को बचाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं| एक घर में गर्म पानी का कुशल उपयोग कर हम, आवश्यक मात्रा में बिजली बचा सकते हैं| गर्म पानी, पानी गर्म करने के लिए लग रही अतिरिक्त बिजली को बचाता हैं, जो अन्यथा इसको गर्म करने में ही व्यर्थ हो जाती है| ऐसे मामलों में सिर्फ पानी की बचत कर न केवल हम बिजली की ही महत्वपूर्ण बचत कर रहे होते हैं, बल्कि हम एक तरह से इसकी खपत पर भुगतान राशि ही बचा रहे होते हैं|
पानी गर्म करने के लिए इस्तेमाल होती बिजली
वॉटर हीटर पर हमारे पिछले एक लेख में – बिजली की बचत के लिए सही आकार के वॉटर हीटर/गीजर का चुनाव, में हमने चर्चा की हैं की बिजली की बचत के लिए सही आकार के वॉटर हीटर/गीजर का चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण होता हैं, क्यूंकि इनमे पानी गर्म करने के लिए इस्तेमाल बिजली आनुपातिक रूप में ही खर्च होती हैं|
हमारी गणना में एक घर में विभिन्न गतिविधियों के लिए पानी की आवश्यकता मापने के लिए कुछ मान्यताओं का इस्तेमाल किया गया हैं:
- स्नान के लिए बाल्टीभर पानी का उपयोग: प्रति व्यक्ति स्नान 15 लीटर पानी (एक बाल्टी)| यदि अधिक पानी की आवश्यकता हैं, तो उस स्थिति में आप अधिक बाल्टी का उपयोग कर सकते हैं, और आप 15 लीटर पानी प्रति बाल्टी इसमें जोड़ते रहे|
- स्नान के लिए शावर का उपयोग करने हेतु: प्रति व्यक्ति स्नान 25 लीटर पानी
- टब स्नान या विस्तारित शावर स्नान के लिए पानी का उपयोग: प्रति व्यक्ति स्नान 35 लीटर पानी
- कपड़े धोने के लिए पानी का उपयोग: प्रतिदिन 10 लीटर पानी प्रति व्यक्ति
- बर्तन धोने के लिए पानी का उपयोग: भोजन के प्रति 5 लीटर पानी प्रति व्यक्ति
लेकिन इन नंबरों में बदलाव भी इसी इस आधार पर होता हैं, की आप पानी के स्रोत का उपयोग कैसे करते हैं, उसी अनुपात में यह कम या ज्यादा हो सकता है या फिर आपका नल पानी की बचत कितनी कुशलतापूर्वक करता है| तो हम यह कह सकते हैं की, बिजली की खपत सिर्फ गर्म पानी के उपयोग के पैटर्न पर निर्भर नहीं करती हैं, बल्कि इस बात पर भी निर्भर करती हैं की आपका नल पानी को बचाने में कितनी कुशलता से आपकी मदद कर सकता हैं| बाजार में उपलब्ध कई प्रकार के नल और शावर पैनल ऐसे होते हैं, जिनसे हम पानी की बचत कर सकते हैं और इनसे न सिर्फ पानी की बचत होती हैं, बल्कि यह बिजली की भी प्रभावाशाली बचत करते हैं|
भारत में मुंबई में आयोजित टाटा कंसल्टिंग इंजीनियरिंग द्वारा एक सर्वेक्षण के अनुसार, एक पांच सदस्यीय घर पानी के कुशल ‘वाटर फिक्सचर्स’ का उपयोग कर पानी की प्रतिदिन लगभग 35-40% बचत कर सकता हैं| इसका मतलब यह हो सकता है, की यह बिजली की भी लगभग 35-40% बचत कर सकता हैं (स्रोत: http://www.indiawaterweek.in/pdf/IWW-2013-IB2_37.pdf)|
बाजार में उपलब्ध पानी के कुशल नल/ शावरहेड्स के विभिन्न प्रकार
- नल के एरेटर: जब एक नियमित नल को खोला जाता है, पानी एक बड़ी धारा के रूप में बाहर तेजी से आता हैं| इससे पानी की बर्बादी हो सकती हैं| ‘एरेटर’ संयोजित नल, पानी के इस बड़ी धारा को कई प्रवाह में विभाजित करता हैं इस प्रकार यह पानी की बचत करता हैं| अधिकांश पारंपरिक एरेटर में प्रेशर को बदलने की कार्यक्षमता नहीं होती हैं, लेकिन आजकल जरूर कुछ आधुनिक एरेटर, प्रेशर को बदलने की कार्यक्षमता के साथ सुसज्जित बाजार में उपलब्ध हैं| ध्यान रहे, प्रेशर को बदलने से या प्रेशर को नियंत्रित करने से, पानी की प्रभावाशाली बचत हो सकती हैं|
- प्रवाह फिक्सचर्स के साथ नल: प्रवाह फिक्सचर्स शावरहेड की तरह ही होते हैं| जब इन्हे एक नल के साथ संयोजित किया जाता हैं, यह कई प्रवाह में पानी की एक ही (मोटी) धारा को बाटने का कार्य करते हैं| प्रवाह को नियंत्रित करने वाले ‘फ्लो कंट्रोलर’, एक निश्चित दर पर पानी देने के लिए तैयार किये जातें हैं| यह आंतरिक दबाव से पूरी तरह से स्वतंत्र होते हैं| यह नल से बाहर आने वाले पानी की मात्रा को कम कर देता है और इस तरह पानी की आवश्यक बचत भी करता हैं|
- सेंसर के साथ नल: इन दिनों आमतौर पर जब हम किसी मॉल या फिल्म हॉल जाते हैं, तो हमे वह ‘वाशरूम’ में ‘सेंसर’ संयोजित नल देखने को मिलते हैं, इस प्रकार के नल स्वत: ही बंद हो जाते हैं, जब उनमे लगे सेंसर एक हाथ की उपस्थिति का एहसास नहीं लगा पाते हैं| इनमे से कुछ ‘आटोमेटिक टाइम्ड’ भी होते हैं, जहाँ पर यह नल 30 से 60 सेकंड में स्वत: ही बंद हो जाते हैं| यह पूरी तरह से यह सुनिश्चित करते हैं, की कही नल न खुला छूटा हो और इस प्रकार यह आवश्यक पानी की बचत करने में सफल होते हैं|
- कम प्रवाह पानी कुशल शॉवरहेड/ पैनल: नियमित प्रकार के नल या शॉवरहेड, एक मिनट में कहीं भी 15-20 लीटर के बीच पानी की बचत करने में सक्षम होते हैं| लेकिन एक कम प्रवाह पानी कुशल शॉवरहेड प्रति मिनट 6 लीटर की ही पानी की बचत कर पाता हैं| बाजार में अलग-अलग प्रकार के कम प्रवाह के शॉवरहेड उपलब्ध हैं, जो प्रति मिनट 6 से 10 लीटर पानी के प्रवाह को कम कर, पानी की बचत कर सकते हैं| कुछ लोगो में शॉवर के नीचे खड़े हो कर नहाने की आदत होती हैं, वह एक कम प्रवाह शॉवरहेड का उपयोग कर, न केवल पानी की बचत कर सकते हैं, परन्तु साथ ही बिजली की भी प्रभावाशाली बचत कर सकते हैं|
निष्कर्ष
विभिन्न प्रकार के नल का उचित का इस्तेमाल कर, आप न केवल पानी की बर्बादी को बचा सकते हैं, बल्कि इस प्रकार आप पानी गर्म करने के लिए खर्च होती बिजली की बचत भी कर सकते हैं| बाजार में उपलब्ध विकल्पों के माध्यम से आप 30-50% पानी को बचा सकते है, जो की परिणाम स्वरुप पानी गर्म करने के लिए लगने वाली 30-50% बिजली की बचत ही कर सकता हैं| तो, अगर अगली बार जब आप एक नल या शॉवरहेड को खरीदने की योजना बना रहे हो, तो एक कुशल प्रकार के नल के बारें में अवश्य सोचे जो आप के लिए पानी की प्रभावाशाली बचत करने के लिए सक्षम हो|