एयर कंडीशनर प्रभाव को बढ़ाने और बिजली बचाने के लिए दरवाजे और खिड़कियों को बंद रखे
एयर कूलर के विपरीत एयर कंडीशनर, कमरे में आंतरिक हवा लेकर उसे ठंडा करके कमरे में वापस लौटाते हैं| क्योंकि हवा वातानुकूलित होती हैं और आंतरिक रूप से अंदर ही घूमती हैं, यह बहुत अधिक लाभदायक है की बाहरी हवा या गर्मी को कमरे में आने की अनुमति न हो| कई बार, लोग एयर कंडीशनर को स्विच ओन कर यह भूल जाते हैं की कमरे की खिड़कियों और दरवाजों को भी बंद करना चाहिए, जिसके परिणामस्वरुप न केवल वातानुकूलन अक्षम होता हैं बल्कि बिजली के बिल में इज़ाफ़ा होता हैं|
जलवायु परिवर्तन के लिए अंतरराष्ट्रीय पैनल, IPCC (इंटरगवर्नमेंटल पैनल ओन क्लाइमेट चेंज) द्वारा किये गए एक अध्ययन के अनुसार, 20-40% वाताकुलन प्रभावशीलता हवा लीकेज और अक्षम थर्मल इन्सुलेशन से प्रभावित रहता हैं| एयर कंडीशनर का प्रयोग गर्मियों के महीनों के दौरान अधिक रहता जिसके परिणामस्वरूप बिजली के बिल में इज़ाफ़ा होता है। अक्षम थर्मल इन्सुलेशन एयर कंडीशनरों पर 40% अतिरिक्त भार डालता हैं, जिसके कारण बिजली की खपत में भी इज़ाफ़ा होता हैं|
पहला कदम जिससे एसी पर लोड कम हो, वह होता हैं की जब एसी चल रहा हो तब कमरे में सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद हो| ऐसा करने के लिए एक सबसे आसान तरीका होता हैं कुंडी-युक्त दरवाजे का उपयोग ऐसे दरवाज़े काफी कुछ समय से बाजार में उपलब्ध हैं और हाल ही में उनकी गुणवत्ता में भी बहुत सुधार हुआ है। अतीत में स्प्रिंग-आधारित दरवाज़े होते थे, हालांकि आज कल हमारे पास अधिक कुशल वैक्यूम- आधारित दरवाज़े उपलब्ध हैं| एक प्रभावी एयर कंडीशनिंग के लिए थर्मल इन्सुलेशन में व्यापक सुधार आवश्यक हैं और हम अपने भविष्य के लेख में उन पर अधिक चर्चा भी करेंगे| थर्मल इन्सुलेशन उच्च वातानुकूलन बिल के लिए मुख्य कारणों में से एक है और इनको स्थिर करके हम महत्वपूर्ण बचत कर सकते हैं।