Unbiased Information and Reviews on Appliances, Solar and Saving Electricity

एयर कंडीशनर के लिए ऊर्जा संचय उपकरण

By on May 6, 2015

हमें हमारी वेबसाइट पर अक्सर पूछे जाने वाले मुख्य सवालों में से एक सवाल होता हैं: “क्या ऐसा कुछ है जो मैं अपने एयर कंडीशनर में लगा सकूं, जिससे बिजली की खपत कम हो? बाजार में एयर कंडीशनर के लिए कई बिजली सेवर्स (ऊर्जा संचय उपकरण) उपलब्ध हैं, क्या ये प्रामाणिक हैं और उनका उपयोग करना कानून की दृष्टि से सही अथवा वैध है? बाजार में कई प्रकार के पावर सेवर उपकरण उपलब्ध हैं, अगर आप इसका इस्तेमाल करने की जरुरत समझते हैं, तो यह पता लगाना बहुत महत्वपूर्ण है की आप के लिए इनमे उपयुक्त/बेहतर कौन सा है| इनमे से कई उपकरणों का इस्तमाल करना क़ानूनी रूप से सही है, लेकिन उनमें से प्रत्येक के प्रभावों और सीमाओं को समझना भी महत्वपूर्ण होता है| इस लेख में हम इनमें से दो प्रकार के ऊर्जा संचय उपकरण के बारें में बात करेंगे, जिनकी हमें जानकारी है और यदि हमें भविष्य में अधिक जानकारी प्राप्त होती है, तो हम उस जानकारी को अपने भविष्य के लेखो में अवश्य शामिल करेंगे|

कपैसिटर बैंक पर आधारित ऊर्जा संचय उपकरण

सबसे अधिक आसानी से उपलब्ध पावर सेवर उपकरण जो की सभी प्रकार के उपकरणों के लिए काम करने में सक्षम होते हैं (न कि सिर्फ एयर कंडीशनर के लिए), या सामान्य रूप से आपके पूरे सेटअप के लिए, वो हैं कपैसिटर बैंक पर आधारित ऊर्जा संचय उपकरण| इसके पीछे मूल सिद्धांत यह है, की यह बिजली के पावर फैक्टर को प्रणाली की ज्यादा/कम “मांग” के अनुसार समायोजित करने में सक्षम होते है| जैसा की हमने हमारे पिछले लेख में इस पर चर्चा भी की है: “पावर सेवर उपकरण या कपैसिटर बैंक – क्या ये वास्तव में बिजली बचाते है?” और “पावर फैक्टर सुधारक क्या होते है और एमडीआई (अधिकतम मांग संकेतक) के जुर्माने से कैसे बचा जा सकता है”| अगर आपके पास वाणिज्यिक/औद्योगिक कनेक्शन है तो इन पावर सेवर उपकरणों का होना जरुरी हैं, लेकिन अगर आपके पास मात्र आवासीय कनेक्शन है तो इन पावर सेवर उपकरणों का ज्यादा लाभ नहीं होगा| यदि आप घर के एयर कंडीशनर के लिए इस तरह के उपकरण का उपयोग करने के बारे में सोच रहे हैं, तो कृपया इससे बचें| हालांकि, कृपया ध्यान दें: इन उपकरणों का उपयोग करना पूरी तरह से कानूनी हैं और कोई भी इसके उपयोग के लिए आप पर जुर्माना नहीं लगा सकता है| वास्तव में वाणिज्यिक/औद्योगिक कनेक्शन के लिए, वितरण कंपनियां उन्हें इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करती हैं|

थर्मल संतृप्ति बिंदु आधारित एयर कंडीशनर के पावर सेवर

बिजली बचाओ में हमने हमेशा एयर कंडीशनर के सही आकार पर जोर दिया है| कम आकार के एसी ठीक तरह से ठंडा नहीं करते, जबकि बड़े आकर के एयर कंडीशनर वांछित स्तर पर नमी को दूर नहीं कर सकते हैं और इसके साथ-साथ अधिक बिजली की खपत भी कर सकते हैं| हालांकि इन दिनों लोगों के पास इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित एयर कंडीशनर खरीदने का एक सशक्त विकल्प मौजूद है| यह ऑटो समायोजन-आधारित एयर कंडीशनर होते हैं और सही तरह से ठंडा कर सकते हैं, साथ ही बिजली का भी सही मात्रा में उपयोग करते है| हालांकि, बाजार में वर्तमान में बेचे जा रहे अधिकतर एयर कंडीशनर अभी भी तय टनभार (आकार) आधारित एयर कंडीशनर हैं| सभी एयर कंडीशनर का आकर सबसे गर्म दिन को ध्यान में रख कर आधारित होता हैं, भले ही वे संपूर्ण मौसम भर और विभिन्न तापमान पर इस्तेमाल किये जा सकते हो| इस तरह ज्यादातर दिनों में, एयर कंडीशनर वांछित स्तर से अधिक आकार के होते हैं|

ओवरसाइजिंग का वास्तव में क्या मतलब है?

एक एयर कंडीशनर रेफ्रिजरेंट गैस को दबाव और संघनक के द्वारा एक उच्च दबाव तरल में बदलता है, जो फिर एक कम दबाव के क्षेत्र में कमरे की हवा से गर्मी को अवशोषित करके उसे वापस गैस में बदल देता है| एक अधिक आकार के एयर कंडीशनर में, कमरे से आ रही गर्मी, कम दबाव के तरल को वापस गैस में बदलने के लिए पर्याप्त नहीं होती है और इस तरह यह एक तरल के रूप में ही कंप्रेसर में वापस चला जाता है। इस प्रकार कंप्रेसर के द्वारा इस्तेमाल की गयी बिजली बेकार हो जाती है क्यूंकि रेफ्रिजरेंट पहले से ही तरल रूप में मौजूद होता है|

तकनीकी तौर पर कहें, तो जिस बिंदु पर तरल गर्मी को अवशोषित करके भी गैस में परिवर्तित नहीं होता है, और न ही तापमान में कोई परिवर्तन करता है, उस बिंदु को थर्मल संतृप्ति बिंदु कहा जाता है। थर्मल संतृप्ति बिंदु इस स्थिति का पता लगा लेता है और कंप्रेसर को बंद कर देता है| इस प्रकार कंप्रेसर के द्वारा हो रही बिजली की बर्बादी से बचा जा सकता है|

तो थर्मोस्टेट की क्या भूमिका होती है?

हम हमेशा सोचते हैं की थर्मोस्टेट का काम कमरे के वांछित तापमान तक पहुचने पर कंप्रेसर को बंद करना होता है और यह समझना गलत भी नहीं है। लेकिन, सिर्फ थर्मोस्टेट पर निर्भर होने पर समस्या यह उत्पन्न होती है, कि यह सिर्फ कमरे के तापमान का संवेदन करता है और इसके आधार पर कम्प्रेसर को चलाता है, लेकिन यह एयर कंडीशनर में ऊर्जा के स्तर से कोई वास्ता नहीं रखता है| थर्मल संतृप्ति बिंदु प्राप्त करने के बाद, एयर कंडीशनर के पास कमरे से गर्मी को दूर करने के लिए पहले से ही पर्याप्त ऊर्जा संग्रहीत होती है और कोई भी अतिरिक्त बिजली जो कंप्रेसर द्वारा इस्तेमाल होती हैं, वह बर्बाद चली जाती है|

यह उपकरण कितनी बिजली बचा सकते हैं?

वैसे सही मायने में यह इस बात पर निर्भर करता है की एयर कंडीशनर कितने आकार का है| अगर आपका एयर कंडीशनर अत्यधिक आकार का है तो बचत अधिक हो सकती है, और यदि आपके एयर कंडीशनर का आकार पहले से ही इष्टतम है तो बचत भी कम ही होगी| बिजली की बचत मौसम पर भी निर्भर करती हैं| अगर आपके एयर कंडीशनर का आकार गर्मियों के लिए अच्छा है, तो गर्मियों में बहुत अधिक बचत नहीं होगी, लेकिन अगर यही एयर कंडीशनर अन्य मौसम में प्रयोग किया जाता है, तो दूसरे मौसम के लिए यही एयर कंडीशनर अधिक आकार का होगा और तदुपरांत बिजली की अच्छी बचत होगी|

हालांकि, बाजार में ऐसे पावर सेवर उपकरणों के निर्माता इन उपकरणों का उपयोग करके लगभग 15-20% बिजली की बचत करते है, लेकिन बचत आपके एयर कंडीशनर के प्रकार पर भी निर्भर करेगी| आईआईटी मुंबई के छात्रों द्वारा किए गए एक प्रयोग/अध्ययन के अनुसार, उन्होंने उनके परीक्षण की स्थिति में एक एयर कंडीशनर में 35-40% तक बिजली की बचत हासिल की हैं| (स्रोत: http://students.iitk.ac.in/ge3/Energy%20audit.pdf)| लेकिन जैसे ऊपर कहा गया हैं, बिजली की बचत एयर कंडीशनर के आकार की सीमा पर काफी हद तक निर्भर करती हैं।

इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित एयर कंडीशनर कैसे कार्य करते हैं?

इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित एयर कंडीशनर ऑटो समायोजन एयर कंडीशनर होते हैं, जो कमरे की आवश्यकता के अनुसार अपने आकार को समायोजित करने में सक्षम होते हैं| इसलिए, इस प्रकार के एयर कंडीशनर में ओवरसाइज़िंग या अधिक आकर की समस्या नहीं होती हैं और इस तरह इस प्रकार के उपकरणों को ऊर्जा संचय उपकरण की कोई खास जरूरत नहीं होती हैं, जो कम्प्रेसर को कट-ऑफ करें|

ऊर्जा संचय उपकरणों की लागत और पेबैक समय क्या होता है?

हम अपने मार्किट रिसर्च (बाजार के अनुसंधान) के आधार पर यह कह सकते हैं की इन ऊर्जा संचय उपकरणों की कीमत लगभग 5000 रूपये प्रति उपकरण होती है| अगर बिजली की लागत 5 रुपये प्रति यूनिट है तो, इसका मतलब यह है की ऊर्जा संचय उपकरण द्वारा 100 यूनिट की बिजली बचत करने पर, निवेश की लागत वसूल हो जाएगी| एक 1.5 टन एसी यदि सही आकार और एक अच्छे तापमान पर है, तो वह एक घंटे में लगभग 1.3-1.4 यूनिट की बिजली की खपत करता है | आईआईटी बॉम्बे द्वारा किये गए अध्ययन के अनुसार, जब उन्होंने एक अधिक आकार का एयर कंडीशनर पर परिक्षण किया, तो पाया की वह एक घंटे में 2.5 यूनिट की बिजली की खपत करता था और ऊर्जा संचय उपकरण के उपयोग के बाद बिजली की खपत घट कर मात्र 1.3 यूनिट हो जाती थी| इस प्रकार, यह एक घंटे में लगभग एक यूनिट की बचत कर रहा था| इस तरह के मामले में ऊर्जा संचय उपकरण के 100 घंटे उपयोग के बाद यह उपकरण खुद ही पेबैक करेगा (या निवेश की लागत को लौटा देगा)| लेकिन यदि एयर कंडीशनर सही आकार का हैं, तो फिर पेबैक हासिल करने में अधिक समय लगेगा| तो पेबैक समय वास्तव में एसी के आकार पर निर्भर करता है| एक नियम के अनुसार यह मान लिया जाता है की यदि कंप्रेसर शुरू होता है और 9 मिनट में बंद कर दिया जाता है तो एसी सही आकार का है| यदि यह समय कम है, तो एसी (ओवरसाइज्ड) अधिक आकार का है| (स्रोत: http://www.energystar.gov/ia/home_improvement/home_sealing/RightSized_AirCondFS_2005.pdf )|

निष्कर्ष

थर्मल संतृप्ति बिंदु नियंत्रण आधारित पावर सेवर में एयर कंडीशनर द्वारा बिजली की अत्यधिक खपत को नियंत्रित/सयंमित करने की क्षमता होती है। लेकिन सही मायने में ऊर्जा संचय उपकरण कितना बचत कर सकता है यह आपके एसी के आकार पर अधिक निर्भर करता है| यदि आप सही मायने में इसे खरीदने में रुचि रखते हैं, तब किसी एक निर्माता को इसे प्रदर्शित (‘डेमो’) करने के लिए कहें और एक सही पावर सेवर का चुनाव करें|कृपया ध्यान दें, की मौसम के अनुसार ऊर्जा संचय उपकरण के परिणामों में भिन्नता होगी|

Top